खास बाते
नागपुर में हुई हिंसा के बाद स्थिति तनावग्रस्त है। पुलिस ने शहर में प्रतिबंधात्मक आदेश लागू कर दिए हैं। नागपुर के पुलिस ने शहर में अव्यवस्था फैलाने के संदेह में 50 से अधिक व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है। हंसपुरी क्षेत्र में एक और संघर्ष के बाद कई घरों और गाड़ियों को नुकसान पहुँचाया गया और आग लगाई गई। मुख्यमंत्री फडणवीस, नागपुर के सांसद नितिन गडकरी सहित कई लोगों ने शांति बनाए रखने की गुहार लगाई है।
नागपुर दंगों: महाल क्षेत्र के बाद हंसपुरी में भी अशांति, दुकानों में तोड़फोड़ और पत्थराव; कई गाड़ियों को आग लगा दी गई।
नागपुर में बीते दिन हुई हिंसा ने शहर के माहौल को तनावपूर्ण बना दिया है। महाल इलाके में हुए उपद्रव के बाद अब हंसपुरी में भी हालात बिगड़ गए। दो गुटों के बीच झड़प के बाद इलाके में भारी बवाल हो गया, जिसमें उपद्रवियों ने कई दुकानों में तोड़फोड़ की, सड़कों पर पथराव किया और कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया।
कैसे भड़की हिंसा?
डॉ. रविंदर सिंघल, नागपुर के पुलिस आयुक्त, ने निवासियों को आश्वासन दिया कि अब स्थिति नियंत्रित है। स्थिति इस समय शांति भरी है। एक तस्वीर जलायी गई, जिसके बाद लोग एकत्र हुए। हमने उनसे बिखरने का अनुरोध किया और इस पर हमने कार्रवाई भी की। वे मुझसे मिलने के लिए मेरे दफ्तर भी आए थे। मगलवार रात महाल इलाके में हुए तनाव के बाद बुधवार को हंसपुरी में भी हिंसा फैल गई। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, यह विवाद किसी आपसी कहासुनी से शुरू हुआ था, जो धीरे–धीरे बढ़ता चला गया। देखते ही देखते दो गुट आमने–सामने आ गए और फिर माहौल पूरी तरह हिंसक हो गया। उपद्रवियों ने सड़कों पर पथराव शुरू कर दिया और कई दुकानों को निशाना बनाया।स्थानीय लोगों का कहना है कि कुछ शरारती तत्वों ने भीड़ को उकसाया, जिससे हिंसा और भड़क गई। उपद्रवियों ने सड़क किनारे खड़े वाहनों को आग लगा दी और कई दुकानों में लूटपाट की। अचानक हुए इस हमले से लोग दहशत में आ गए और बाजार में भगदड़ मच गई।
भारी तोड़फोड़ और आगजनी
हिंसा के दौरान उपद्रवियों ने दुकानों के शटर तोड़ दिए और अंदर घुसकर जमकर तोड़फोड़ की। बाजार में खड़ी गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया, जिससे चारों ओर अफरा–तफरी मच गई। इस उपद्रव में कई छोटे व्यवसायियों को भारी नुकसान हुआ है।
एक स्थानीय दुकानदार ने बताया, “हमने कभी सोचा भी नहीं था कि ऐसा होगा। अचानक भीड़ आई और हमारी दुकानों पर हमला कर दिया। हमारा बहुत नुकसान हो गया।“
इन क्षेत्रों में कर्फ्यू लगाया गया है
डॉ. रविंदर कुमार सिंगल, जो नागपुर पुलिस आयुक्त हैं, ने सूचित किया कि नागपुर शहर के कोतवाली, गणेशपेठ, लकड़गंज, पचपावली, शांतिनगर, सक्करदरा, नंदनवन, इमामवाड़ा, यशोधरा नगर और कपिल नगर के पुलिस थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लागू किया गया है। यह कर्फ्यू तब तक जारी रहेगा जब तक कि अगले निर्देश जारी नहीं होते।
प्रशासन की अपील, दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होगी
नागपुर प्रशासन और पुलिस अधिकारियों ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। अधिकारियों का कहना है कि हिंसा में शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा, और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
नागरिकों से अनुरोध किया गया है कि वे किसी भी तरह की अफवाहों पर ध्यान न दें और शांति बनाए रखने में सहयोग करें। पुलिस लगातार गश्त कर रही है और हालात पर नजर रखी जा रही है।
गाड़ियों को आग लगाई गई
गवाह ने कहा, ‘एक टीम यहां पहुंची, उनके चेहरे दुपट्टे से ढके हुए थे।
उनके पास धारदार औजार, स्टिकर और बोतलें थीं।
उन्होंने बवाल मचाना शुरू किया, दुकानों को तोड़ा और पत्थरबाज़ी की। उन्होंने गाड़ियों में भी आग लगा दी।
नागपुर में महाल और हंसपुरी इलाकों में हुई हिंसा ने पूरे शहर को हिला कर रख दिया है। प्रशासन की सख्ती के बाद स्थिति धीरे–धीरे नियंत्रण में आ रही है, लेकिन लोगों के मन में अब भी डर बना हुआ है। पुलिस और प्रशासन इस मामले को गंभीरता से ले रहे हैं और कोशिश कर रहे हैं कि आगे कोई और हिंसक घटना न हो। फिलहाल, स्थिति तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में बताई जा रही है।